- 37 Posts
- 27 Comments
जस्टिस मारकण्डेय काटजू वर्तमान व्लागर ने आज महात्मा गांधी को पाखंडी कहा है । इसके पूर्व भी वे गांधी जी व अन्य मुद्दों को लेकर दिये गये विवदित बयानों के कारण चर्चा में हैं।
एक बार उन्होने दक्षिण एशिया मीडिया कमीशन में प्रतिभाग करते हुये समस्त भारतीयों के लिये कहा था कि 90 प्रतिशत भारतीय इडियट हैं तथा 80 प्रतिशत हिन्दू तथा 80 प्रतिशत मुसलमान कम्युनल है।
इस विवादित बयान के लिये लखनऊ के दो छात्रो सुश्री तान्या तथा श्री आदित्य ठाकुर ने उन्हें इसके लिये कानूनी नोटिस भी भेजा था।
अब सोचने वाली बात यह है कि जस्टिस मारकण्डेय काटजू के बारे तब भी उन 90 प्रतिशत भारतीयों ने एक राय कायम की होगी और आज भी हम सोचते हैं कि यदि महात्मा गांधी जैसे व्यक्तित्व के हाथों भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन न गया होता और आजादी के बाद संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता न मिली होती तो क्या श्री जस्टिस मारकण्डेय काटजू को इस 90 प्रतिशत इडियट जनसंख्या वाले महान देश के सामने अपनी बात कह सकने का अवसर मिलता?
…मूल प्रश्न यही था कि हमें अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता भारतीय संविधान ने दी है और वह आजादी मिलने के कारण ही हासिल हुई।
आजादी दिलाने में गांधी जी का योगदान निर्विवाद रूप से अद्वितीय रहा है।
…रही बात स्वतन्त्रता आन्दोलन का श्रेय लेने की तो वो गांधी जी ने स्वयं नहीं लिया अपितु तत्कालीन जनता जनार्दन द्वारा दिया गया।.. यह भी सोचिये कि पटेल जी नेहरु जी जैसे धुर विरोधियो को एक मंच पर बनाए रखने का श्रेय भी गांधी जैसे संत को ही जाता है।
Read Comments